
सफलता की कहानी
जिला चिकित्सालय खंडवा के पीकू वार्ड में समय से पूर्व जन्मे बच्चे के वजन में हुई दोगुनी वृद्धि
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बच्चे के परिजनों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की
खंडवा 20 जून, 2025 – जैनब पति अकीब निवासी खड़कपुरा खंडवा को गर्भावस्था में झटके आने पर उनके परिजनों द्वारा निजी अस्पताल में महिला को भर्ती किया गया। जहाँ समय के पहले ही प्रसव होने पर नवजात का वजन 700 ग्राम पाया गया। जिसके बाद बच्चे के परिजन उसे श्री दादाजी धूनीवाले जिला चिकित्सालय खंडवा में लाये जहां शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. कृष्णा वास्केल द्वारा जाँच परीक्षण करने के बाद बच्चे का नवजात गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कर उपचार प्रारंभ किया। लगभग एक माह तक एसएनसीयू में बच्चे के उपचार होने के बाद वजन में बढ़ोत्तरी होने लगी। बच्चे को पीकू वार्ड में भर्ती के समय बच्चे का वजन 750 ग्राम पाया गया। जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक पंचोरे द्वारा बच्चे की जाँच व नियमित रुप से मॉनिटरिंग की गई। पीकू वार्ड में 15 दिन तक बच्चे को ओरल सिरप देकर वजन में बढ़ोत्तरी की जिससे बच्चे का वजन 1400 ग्राम हो गया है और स्वस्थ होने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। डॉ. पंचोरे एवं उनकी टीम जिसमें नर्सिंग ऑफिसर हिना खान, शिवानी राठी, सुशीला कास्डे द्वारा बच्चे को इनक्यूबेटर पर रखकर निगरानी रखी। बच्चे का धीरे-धीरे स्वास्थ्य में सुधार के साथ ही वजन भी बढ़ने लगा। पीकू वार्ड की टीम के द्वारा देखभाल और अटूट समर्पण से वजन में 2 गुना वृद्धि हुई। बच्चे के माता-पिता द्वारा बताया गया कि बच्चा अब स्वस्थ्य है। जिला चिकित्सालय में हमारे बच्चे की डॉ. एवं नर्सिंग स्टॉफ द्वारा अच्छी देखभाल की जिसकी वजह से आज हमारे बच्चे की जान बची। हमें यहाँ पर सभी सुविधा निःशुल्क मिली है। उनके परिजनों द्वारा अस्पताल की व्यवस्थाएं व स्टाफ की प्रशंसा करते हुए पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया।